शनिवार, 2 जुलाई 2011

बॉलीवुड बनाम भिन्डी बाजार



लखनऊ से ‘भिन्डी बाजार’ पहुंची नायिका वेदिता प्रताप सिंह दुखी है कि फिल्म के रिलीज होने के पहले ही उनके सह अभिनेता प्रशान्त नारायण के साथ फिल्माया गया एक गहन अंतरंग दृश्य वेब साईट के माध्यम से दर्शकों तक पहुंच गया। यदि अंतरंग दृश्य के लिए उन्हें अफसोस होता तो बात समझ में आ सकती थी कि पहले अवसर के उत्साह में उनसे भूल हो गई। लेकिन यहां अफसोस दृश्य के लिए नहीं, दृश्य के फिल्म रिलीज के पहले दिख जाने से है। क्या फर्क पड़ गया, यदि तीन दिन या तीन हफ्ते पहले दर्शकों ने फिल्म की एक मिनट या दो मिनट की कोई क्लीप देख ली हो, कैसे वो एक से दो मिनट का क्लीप किसी फिल्म के लिए इतना महत्वपूर्ण हो सकता है कि फिल्म के सारे कलाकार हाय तौबा करने लगे। वास्तव में यदि फिल्म से जुड़े लोग इस तरह से हाय तौबा नहीं मचायें तो शायद उस डेढ़ मिनट के क्लीप को कोई ढ़ूंढ़ने भी नहीं जाय। लेकिन यह अजीब तरह के छिपाने की कोशिश होती है जिसमें अधिक से अधिक दिखाने की कोशिश की जाती है। कुछ इस तरह कि जिसे वह लीक विडियो देखने का मौका नहीं मिला, वह भी उसके बारे में विस्तार से जान जाये।

वेदिता प्रताप सिंह बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर यह जानकारी बांटती हैं कि जो क्लीप वेब साईट पर दिख रहे हैं वे बहुत ही अश्लील और अनगढ़ हैं। जबकि फिल्म में उसके सम्पादित अंश का इस्तेमाल किया गया है जिससे वे कहानी के साथ तो जुड़े लगते ही हैं, क्लासी भी लगते हैं। अदभुत है अपने अंतरंग दृश्यों के प्रति यह सार्वजनिक सफाई। सीधा सा निहितार्थ है वह विडियो तो देखो ही उसके साथ फिल्म में उसके संशोधित रूप भी देखो। यह नकार से ज्यादा आमंत्रण लगता है। इस आमंत्रण में वेदिता के परदे के साथी प्रशान्त भी अपने बयानों के साथ शामिल हो जाते हैं, जो इन दृश्यों के प्रति दर्शकों की जिज्ञासा और भी बढ़ा देते हैं।

दर्शकों को आमंत्रित करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाने वाली ‘भिन्डी बाजार’ कोई अकेली फिल्म नहीं। ‘क्रूक’, ‘काईट्स’ से लेकर ‘रागिनी एमएमएस’ तक ऐसी फिल्मों की लम्बी कतार रही है जो चोरी से सीन वेबसाईट पर रिलीज किये जाने पर हंगामा मचाती रही है। मधुर भंडारकर अब ‘हिरोइन’ के दृश्य लीक होने पर हंगामा मचा रहे हैं। कहा जाता है ‘हिरोइन’ में ऐश्वर्या राय के लुक को लेकर वे इतने पसेसिव थे कि अपने अतिथियों से ही नहीं स्टाफ तक से मोबाईल बाहर रखवा दिये जाते थे। इतने के बाद भी यदि ‘हिरोइन’ की गरमा गरम झलक सबो को दिख जाती है तो उसमें फिल्मकार की सहमति से कैसे इंकार किया जा सकता है?

उल्लेखनीय है कि इस तरह कथित चोरी छिपे लीक होने वाले अधिकांश दृश्य इतने संवेदनशील क्यों होते हैं? क्या ये मात्र संयोग है कि ऐसी फिल्मों के वैसे ही दृश्य पहले रिलीज हो जाते हैं जो दर्शकों को आकर्षित कर सकते हैं। दो घंटे के ‘भिन्डी बाजार’ में सिर्फ अंतरंग दृश्य वाले दो मिनट ही कैसे कोई चुरा सकता है? फिल्मों के रिलीज के पहले अब लीक विडियो की खबरें जिस तरह से आ रही हैं, वास्तव में वह प्रमोशन के एक और फंडे से ज्यादा कुछ नहीं।

यदि ‘भिन्डी बाजार’ वाकई वही है जो भिन्डी बाजार में दिखता है तो कहा जा सकता है हिन्दी सिनेमा भी अब भिन्डी बाजार में तबदील होती जा रही है, जहां हिट होने के लिए लोग किसी भी हथकंडे को आजमाने को तैयार दिखते हैं। फिल्मकारों को अपने दर्शकों के बदलते स्वभाव का पता है। उन्हें पता है एम एम एसों के दौर में अब उनके दर्शकों को चोरी छिपे दिखने वाली चीजों में ज्यादा दिलचस्पी है। इसी लिए समारोह पूर्वक फस्टलुक या ट्रेलर रिलीज करने के पहले वे दर्शकों में वही चीजें चोरी छिपे पहुंचाकर उत्तेजना पैदा करने की कोशिश करते हैं। फिल्म रिलीज होने के दो हफ्ते पहले अनुराग कश्यप के ‘शैतान’ के ट्रेलर के लीक होने की खबर मिलती है। क्या ये आश्चर्य नहीं कि आखिर ट्रेलर होता ही क्यों है? इसमे खबर क्या बन सकती थी। लेकिन लीक की बात एक सामान्य सी बात को भी खबर बना देती है। हो सकता है ‘शैतान’ के ट्रेलर का रिलीज होना खबर नहीं बनता लेकिन अनुराग जब लीक होने को लेकर स्यापा भरने लगते हैं तो खबर बन जाती है।

प्रमोशन के इस अनुठे तरीके में फिल्मकारों को एक साथ कई तरह के फायदे मिल जाते हैं। अव्वल तो फिल्म को बेवजह सुर्खियां मिल जाती है। दूसरा फिल्म के यू एस पी के बारे में जो जानकारी वे दर्शकों को देना चाहते हैं वह भी दर्शकों तक पहुंच जाता है। तीसरा अपने प्रोमोज के विधिवत रिलीज को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए उन्हें किसी तैयारी की जरूरत नहीं पड़ती। दर्शक खुद ही उनका फस्र्टलुक ढ़ूंढ़ लेते हैं। आश्चर्य नहीं कि विडियो लीक के रूदन में कम बजट वाले फिल्मकारों के साथ बड़े बजट वाले फिल्मकार भी शामिल होने लगे हैं। अमिताभ बच्चन ट्वीट कर रहे हैं कि उनकी आने वाली फिल्म ‘बुड्ढ़ा होगा तेरा बाप’ का गाना वेबसाइट पर दिख रहे हैं, कृप्या उसे नहीं देखें। अब कौन इतना आज्ञाकारी प्रशंसक होगा जो अमिताभ के कहने पर उनके गाने को ढ़ूंढ़ने से अपने आपको रोक लेगा। वह भी तब जब वे खुद ही बता रहे हों कि यह गाना उनपर और हेमा मालिनी पर फिल्माया गया है। वास्तव में इस तरह के बयानों में लीक विडियो के बारे में बताने की कोशिश ज्यादा दिखती है बजाय उसे छिपाने के।

अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘रा.वन’ के प्रमोशन में शाहरूख भला कैसे चुकते। उन्होंने भी रोना शुरू कर दिया कि उनपर और करीना कपूर पर फिल्माया गया ‘छम्मक छल्लो’ लीक हो गया है। उनका बयान आते ही ‘छम्मक छल्लो’ सर्च करने वालों की संख्या दुगनी हो गई। अब क्या कोई गाना इतना महत्वपूर्ण हो सकता है कि उसके लीक होने से फिल्म प्रभावित होने लगे। वह भी ‘रा.वन’ जैसी फिल्म जिसकी पटकथा से लेकर तकनीक तक में हॉलीवुड का साथ मौजूद है। वास्तव में विडियो लीक का सगुफा चर्चे में बने रहने की कोशिश से बड़कर कुछ नहीं। यह कोशिश तब तेज हो जाती है जब अपनी फिल्म पर विश्वास कम होता है।

यही कारण है कि विडियो लीक के इस सगूफे का इस्तेमाल फिल्मों के साथ सुर्खियों की शौकिन कमजोर अभिनेत्रियां भी करती रही हैं। राखी सावंत, मल्लिका शेरावत और शर्लिन चोपड़ा के विडियो तो जब तब लीक होते ही रहे हैं। अब पूनम पाण्डे के भी विडियो लीक हो रहे हैं। जो पूनम पाण्डे स्वयं अपने कपड़े उतारने को उत्साहित थी वह विडियो लीक से निराश कैसे हो सकती है। उसे तो खुश होना चाहिए जिस रूप में वह चाहती थी, उस रूप में वह दर्शकों तक पहुंच रही है। गौर तलब है कि विडियो लीक कि तथाकथित खबरों से सबसे ज्यादा वही शोर मचाते हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा फायदा होना होता है।



हो सकता है विडियो लीक अपने प्रमोशन की हिन्दी सिनेमा की एक निर्दोष सी कोशिश हो। लेकिन सवाल है दर्शकों को किसी गलत कार्य के प्रति प्रोत्साहित कर बॉक्स आफिस पर सफल होने की जिद आखिर हिन्दी सिनेमा को कहां ले जायेगी, शायद भिन्डी बाजार।

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